सिया लेके जा हो पिया,
राम के शरण में।
दोहा – कहतानी सुन करजोर,
पिया तोहरा से,
छोड़ घमंड गर्व दिल से हटाव,
कइला अत्याचारी,
नारी दोसरा के हर लइला,
जान बुझ के पिया,
बैर जनि बढ़ाव।
राम जी से कइला बैर,
एहमे ना बाटे खैर,
कुल खानदान के,
नास जनि कराव,
राम जी के प्यारी सीया,
अबहूं से मान पिया,
रघुवर के सीया पिया,
जाके पहुंचाव।
सिया लेके जा हो पिया,
राम के शरण में,
हमरो सैंया हो,
पैया परिले बार बार,
हमरो सैया हो,
पैया परिले बार बार।।
लेके आयल पर नारी,
भईल तुहू व्यभिचारी,
हमरो सैंया हो,
काहे तोहार बदलल विचार,
हमरो सैंया हो,
काहे तोहार बदलल विचार।।
एक हनुमान बंदर,
आइले लंका के अंदर,
सैंया हो सोनवा के लंका देले जार,
हमरो सैयां हो,
सोनवा के लंका देले जार।।
राम जी से संधि करो,
अबहू से तुहू डरो,
सैंया हो सेनुरा बचाइल हमार,
हमरो सैंया हो,
सेनुरा बचाइल हमार।।
हवे ऊहो अंतर्यामी,
तीनो लोकवा के स्वामी,
सैंया हो पइबा नहीं उनका से पार,
हमरो सैंया हो,
पइबा नहीं उनका से पार।।
सिया ले के जा हो पिया,
राम के शरण में,
हमरो सैंया हो,
पैया परिले बार बार,
हमरो सैया हो,
पैया परिले बार बार।।
Singer – Kalpana Patowary
प्रेषक – अभिषेक कुमार।
7390097031