देवा हो देवा जय जय गुरुदेवा,
गुरु पूणिमा आई,
छाई आई अजब बहार,
आओ सब मिलकर चले,
गुरुदेव के द्वार,
गुरु के दरबार में देखो,
है ये अजब नजारा,
देवा हो देवा जय जय गुरुदेवा।।
गुरु शिष्य की परम्परा का,
दिन ये बड़ा सुहाना,
गुरु पूजन कर गुरुदेव का,
दिल से रिस्ता निभाना,
गुरु भक्ति में डूब गया है,
संसार सारा,
देवा हो देवा जय जय गुरुदेवा।।
गुरु कृपा का बरसे अमृत,
छाई खुशी अपार,
झूमो नाचो गावो भक्तो,
आज गुरु दरबार,
दिलबर भक्ति करो गुरु की,
मौका न मिले दुबारा,
देवा हो देवा जय जय गुरुदेवा।।
गुरु पूणिमा आई,
छाई आई अजब बहार,
आओ सब मिलकर चले,
गुरुदेव के द्वार,
गुरु के दरबार में देखो,
है ये अजब नजारा,
देवा हो देवा जय जय गुरुदेवा।।
गायक – श्री हर्ष व्यास मुम्बई।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
नागदा जक्शन म.प्र. 9907023365