मेरी तुमसे है एक अरदास,
दोहा – सब कुछ दिया है तुमने,
कोई कमी नहीं है,
बस आखिरी तमन्ना,
तुमसे मेरी यही है।
मेरी तुमसे है एक अरदास,
श्याम अपना बनाए रखना,
सांस जब तक चले मेरी,
चरणों से लगाए रखना।bd।
सेवादार बना लो मुझको,
निज चरणों से लगालो मुझको,
बहुत कठिन जीवन की राहें,
गिर ना जाऊं संभालो मुझको,
गिर ना जाऊं संभालो मुझको,
थामकर हाथ तुम मेरा,
मंजिल तक चलाए रखना,
मेरी तुम से हैं इक अरदास,
श्याम अपना बनाए रखना।bd।
मुझे आसरा श्याम तुम्हारा,
हर मुश्किल में तुम्हें पुकारा,
जब जब कश्ती फसी भंवर में,
तुम हारे का बने सहारा,
तुम हारे का बने सहारा,
ये जो रिश्ता है बस इसको,
तुम यूँ ही निभाए रखना,
मेरी तुम से हैं इक अरदास,
श्याम अपना बनाए रखना।bd।
जो खाटू में निशान चढ़ाते,
उनकी बिगड़ी बात बनाते,
मोरछड़ी का झाड़ा देते,
तुम ही लखदातार कहाते,
कहे ‘मन्नत’ की ‘राजू’ के,
सब अवगुण भुलाए रखना
मेरी तुम से हैं इक अरदास,
श्याम अपना बनाए रखना।bd।
मेरी तुमसे हैं एक अरदास,
श्याम अपना बनाए रखना,
सांस जब तक चले मेरी,
चरणों से लगाए रखना।bd।
Singer – Mannat “Maahi”
Lyrics – Raju Chauhan