अंजनी कुमार तेरी,
महिमा अपार है।
दोहा – राम नाम सुमिरन किया,
अंजनी नंद कुमार
सिंधु लांघ लंका गए,
तो कृपा करी रघुनाथ।
लाल देह लाली लसे,
अरु धरि लाल लंगूर,
वज्र देह दानव दलन,
जय जय जय कपि सूर।
अंजनी कुमार तेरी,
महिमा अपार है,
बिगड़ी बनाने वाले,
बिगड़ी बनाने वाले,
सृजनहार है,
अँजनी कुमार तेरी,
महिमा अपार है।।
तर्ज – वो दिल कहाँ से लाऊँ।
श्री लाल लंगोटे वाला,
तेरी भक्त फेरते माला,
भक्तों के रखवाला,
भक्तों से प्यार है,
अँजनी कुमार तेरी,
महिमा अपार है।।
हम द्वारे तेरे आए,
प्रभु घृत सिंदूर चढ़ाए,
गल फूल माला पहनाए,
फूलों की बहार है,
अँजनी कुमार तेरी,
महिमा अपार है।।
ये अर्ज करें नर नारी,
प्रभु कीर्ति गाए थारी,
रखियो लाज हमारी,
यही पुकार है,
अँजनी कुमार तेरी,
महिमा अपार है।।
प्रभु धना भगत है तेरा,
तेरे चरण कमल का चेरा,
दुःख संकट हरियो मेरा,
सच्चे दरबार है,
अँजनी कुमार तेरी,
महिमा अपार है।।
अंजनी कुमार तेरी,
महिमा अपार है,
बिगड़ी बनाने वाले,
बिगड़ी बनाने वाले,
सृजनहार है,
अँजनी कुमार तेरी,
महिमा अपार है।।
Singer – Ramesh Ji Dadhich