बिजासन एक आसरो,
थारो ही तो नाम।
दोहा – इन्द्रगढ़ बिजासणा,
माँ बरवाड़ा में चौथ,
ऊँपर माल मे जोगणिया,
मैया थारे जले अखण्डी ज्योत।
भवानी इंद्रगढ़ में,
बिजासन इंदरगढ़ में,
बणियों थारो धाम,
मारी प्यारी जगंदबा,
बिजासन एक आसरो,
थारो ही तो नाम,
प्यारी मारी जगदम्बा।।
भवानी सातों बहणा,
बिजासन सातों बहना,
मैया थारे लार,
प्यारी मारी जगदम्बा,
बिजासन भैरू बाबा रेवे थारे लार,
प्यारी मारी जगदम्बा।।
बिजनेस थारे नाम से,
चाले मारी माई,
बिजासन जगदम्बा,
ओ रुजक रोटी,
देबा वाली तू ही माई,
प्यारी मारी जगदम्बा।।
भवानी इंद्रगढ़ में,
होवे जय जयकार,
बिजासन जगदम्बा,
माईजी इन्द्रगढ़ में,
होवे जय जयकार,
प्यारी मारी जगदम्बा।।
भवानी हरदम थे तो,
रिज्यों मारे साथ,
सिमरू में थाने घड़ी दो घड़ी,
बिजासन मैया थे तो,
रिज्यों मारे साथ,
सिमरू थाने घड़ी दो घड़ी।।
भवानी एक आसरो,
थारो ही विश्वास,
बिजासन मारी इंद्रगढ़ वाली,
बिजासन एक आसरो,
थारो ही है नाम,
प्यारी मारी इंद्रगढ़ रानी।।
माईजी थारा ये आंगन में,
खड़ो चू आज,
जगदम्बा मुंडे बोल तो सही,
बिजासन थारा ये आंगन में,
खड़ो चू आज,
मावड़ली मुंडे बोल तो सही।।
मारी डूब्तडी नावडली,
पार लगा दी रे,
बिजासन इंद्रगढ़ वाली,
हो मारी नैया भी तो,
थने पार लगा दी रे,
बिजासन इंद्रगढ़ वाली।।
भवानी हेमन्त सैनी,
थारे गावे आज,
बिजासन रानी मेहर करो,
बिजासन हेमन्त सैनी,
गावे थारे आज,
बिजासन रानी मेहर करो।।
भवानी थारा नाम ने,
बिजासन थारा नाम ने,
महारानी में गा ग्यो री,
हेमन्त सैनी इंदरगढ़ वालों,
म्यूजिक महारानी को,
प्यारो माने लागे री,
बिजासन इंद्रगढ़ वाली।।
गायक / लेखक – हेमन्त सैनी इंदरगढ़।
संपर्क सूत्र – 7878793015