रिश्ते नाते सारे छूटे,
चाहे जग रूठे,
खाटू ना छूटे,
हमसे खाटू ना छूटे।bd।
तर्ज – मैं ना भूलूंगा।
मेरा ये खाटू वाला,
मुझे लगता है प्यारा,
करे दिल यहीं गुजारूँ,
अब तो जीवन ये सारा,
ऐसी मस्ती मिलती मेरा,
तन मन झूम उठे,
रिश्ते नाते सारे छूटे,
चाहे जग रूठे,
खाटु ना छूटें,
हमसे खाटु ना छूटें।bd।
तेरे खाटू में आकर,
मुझे जीना है आया,
बोलकर जो ना मिलता,
बिना मांगे है पाया,
तेरे नाम की हुक मेरे,
नस नस बीच उठे,
रिश्ते नाते सारे छूटे,
चाहे जग रूठे,
खाटु ना छूटें,
हमसे खाटु ना छूटें।bd।
मेरा जो खाटू छूटे,
तो ‘पन्ना’ जी ना पाए,
नजारे देखे कितने,
रास मुझे कुछ ना आए,
‘योगी’ मेरे सिर से कभी भी,
हाथ तेरा ना उठे,
रिश्ते नाते सारे छूटे,
चाहे जग रूठे,
खाटु ना छूटें,
हमसे खाटु ना छूटें।bd।
रिश्ते नाते सारे छूटे,
चाहे जग रूठे,
खाटू ना छूटे,
हमसे खाटू ना छूटे।bd।
Singer – Panna Gill
Lyrics – Yogesh Sharma Yogi (Sikar)