मेहंदी रे मेहंदी इतना बता दे, 
कौन सा काम किया है,
मेहंदी रे मेहंदी इतना बता दें, 
कौन सा काम किया है,
मैया ने खुश होकर तुझको, 
हाथो में थाम लिया है,
मेहंदी बोलो ना, मेहंदी बोलो ना,
मेहंदी बोलो ना, मेहंदी बोलो ना।।
तर्ज – माई नी माई मुंडेर पे तेरी।
तेरी किस्मत बहुत बड़ी है,
मैया ने अपनाया,
मैया तुमसे प्यार करे क्यूँ, 
कोई जान ना पाया। 
तेरी किस्मत बहुत बड़ी है,
मैया ने अपनाया,
मैया तुमसे प्यार करे क्यूँ, 
कोई जान ना पाया,
मैया की किरपा होने से, 
मैया की किरपा होने से, 
दुनिया में नाम किया है,
मैया ने खुश होकर तुझको, 
हाथो में थाम लिया है,
मेहंदी बोलो ना, मेहंदी बोलो ना,
मेहंदी बोलो ना, मेहंदी बोलो ना।।
लाल चुनरिया लाल ही चुड़ा, 
लाल रोली का टीका,
लेकिन मैने देखा माँ का, 
हाथ था फीका फीका। 
लाल चुनरिया लाल ही चुड़ा, 
लाल रोली का टीका,
लेकिन मैने देखा माँ का, 
हाथ था फीका फीका,
इन फीके फीके हाथों को, 
इन फीके फीके हाथों को, 
मैने लाल किया है,
इसीलिए मैया ने मुझको,
अपना मान लिया है,
मेहंदी बोलो ना, मेहंदी बोलो ना,
मेहंदी बोलो ना, मेहंदी बोलो ना।।
सबको अपनाया मेरी मैया,
हमको भी अपना लो,
हमको अपना लाल समझकर,
अपनी गोद बिठा लो,
सबको अपनाया मेरी मैया,
हमको भी अपना लो,
हमको अपना लाल समझकर,
अपनी गोद बिठा लो,
‘बनवारी’ ये भेद अनोखा,
‘बनवारी’ ये भेद अनोखा,
मेने जान लिया है, 
मैया अपनाएगी उसको,
जो माँ को लाल किया है,
मेहंदी बोलो ना, मेहंदी बोलो ना,
मेहंदी बोलो ना, मेहंदी बोलो ना।।
मेहंदी रे मेहंदी इतना बता दे, 
कौन सा काम किया है,
मेहंदी रे मेहंदी इतना बता दे, 
कौन सा काम किया है,
मैया ने खुश होकर तुझको, 
हाथो में थाम लिया है,
मेहंदी बोलो ना, मेहंदी बोलो ना,
मेहंदी बोलो ना, मेहंदी बोलो ना।।
 
			







 
 
बहुत अच्छा