जावा दो सहेलियां म्हाने शिवजी लडेला ये भजन लिरिक्स
जावा दो सहेलियां म्हाने, शिवजी लडेला ये। श्लोक - लाल नैत्र गोरे बदन, और भस्मी लगावे अंग, शिवजी तेरी जटा ...
जावा दो सहेलियां म्हाने, शिवजी लडेला ये। श्लोक - लाल नैत्र गोरे बदन, और भस्मी लगावे अंग, शिवजी तेरी जटा ...