Tag: anil nagori bhajan lyrics

राजस्थानी भजन

थारे घट में विराजे भगवान बाहर काई जोवती फिरे लिरिक्स

थारे घट में विराजे भगवान, बाहर काई जोवती फिरे।। नो नहाई नौरता, दसवे नहाई काती, हरी नाम की सुध नही […]

राजस्थानी भजनसत्संग भजन लिरिक्स

हिन्दो घलई दूँ सत्संग बाग में ओ गुरूजी भजन लिरिक्स

हिन्दो घलई दूँ सत्संग बाग में, ओ गुरूजी। दोहा – गुरु बीणजारा ग्यान रा, ने लाया वस्तु अमोल, सौदागर साचा […]

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