ये पाप नसावन पर्वत है पावन महिमा कामतानाथ की
ये पाप नसावन, पर्वत है पावन, श्री राम विराजे, लगता मनभावन, कैसे आयेंगे जीवन में, खुशियों के पल, कामतानाथ आके ले लो, दुनियां …
ये पाप नसावन, पर्वत है पावन, श्री राम विराजे, लगता मनभावन, कैसे आयेंगे जीवन में, खुशियों के पल, कामतानाथ आके ले लो, दुनियां …