ऊँची चढ़ाई लखबीर सिंह लख्खा जी भजन लिरिक्स
ऊँची चढ़ाई, तर्ज – लंबी जुदाई श्लोक है रेहमत तेरी माँ, पल पल बरसे, जाए नही खाली, कभी सवाली दर से। हुई है …
ऊँची चढ़ाई, तर्ज – लंबी जुदाई श्लोक है रेहमत तेरी माँ, पल पल बरसे, जाए नही खाली, कभी सवाली दर से। हुई है …