उमर जाती है रे प्राणी जतन करले ओ अभिमानी

उमर जाती है रे प्राणी जतन करले ओ अभिमानी

उमर जाती है रे प्राणी, जतन करले ओ अभिमानी, तजबीज कर कोई ऐसी, कि नैया पार हो जाऐ।। तर्ज – नजर आती नही …

पूरा भजन देखें

error: कृपया प्ले स्टोर से भजन डायरी एप्प इंस्टाल करे