मुकुट सिर मोर का मेरे चित चोर का भजन लिरिक्स
मुकुट सिर मोर का, मेरे चित चोर का, दो नैना नैना नैना, दो नैना सरकार के, कटीले हैं कटार से।। आजा के भरलु तुझे, अपनी बाहो में, आजा छिपा लु तुझे, अपनी निगाहो में, दीवानों ने विचार के, कहा ये पुकार के, दो नैना सरकार के, कटीले हैं कटार से।। रास बिहारी नहीं, तुलना तुम्हारी, … Read more