तेरे दरबार में सर झुकाती रहूं श्याम भजन लिरिक्स
तेरे दरबार में सर झुकाती रहूं, दोहा – रुतबा ये मेरे सर को, तेरे दर से मिला है, हालांकि ये सर भी, तेरे …
तेरे दरबार में सर झुकाती रहूं, दोहा – रुतबा ये मेरे सर को, तेरे दर से मिला है, हालांकि ये सर भी, तेरे …