सुमिरन करले मेरे मना बीती जावे उमर हरी नाम बिना लिरिक्स
सुमिरन करले मेरे मना, बीती जावे उमर हरी नाम बिना।। दोहा – सब संतो ने विनती, अपनी अपनी थोड, वचन […]
सुमिरन करले मेरे मना, बीती जावे उमर हरी नाम बिना।। दोहा – सब संतो ने विनती, अपनी अपनी थोड, वचन […]