माताजी कठे सुता सुखभर नींद में भजन लिरिक्स
माताजी कठे सुता सुखभर नींद में, दोहा – भीनमाल रे मायने, मारी खिमज माँ रो धाम, दूर-दूर सु आवता, राखो […]
माताजी कठे सुता सुखभर नींद में, दोहा – भीनमाल रे मायने, मारी खिमज माँ रो धाम, दूर-दूर सु आवता, राखो […]