सज गयी खाटू नगरी शोभा अपरम्पार है भजन लिरिक्स

सज गयी खाटू नगरी, शोभा अपरम्पार है, बैठा सजधज के देखो, मेरा लखदातार है, उमड़ी जन्मदिवस पर, भगतों की कतार…

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