खातिर करले नई गुजरिया रसिया ठाड़ौ तेरे द्वार लिरिक्स
खातिर करले नई गुजरिया, रसिया ठाड़ौ तेरे द्वार।। ये रसिया तेरे नित न आवे, प्रेम होय जब दर्शन पावे, अधरामृत को भोग लगावे, …
खातिर करले नई गुजरिया, रसिया ठाड़ौ तेरे द्वार।। ये रसिया तेरे नित न आवे, प्रेम होय जब दर्शन पावे, अधरामृत को भोग लगावे, …