सांझ सवेरे नैन बिछा के राह तकु रघुनन्दन की भजन लिरिक्स
सांझ सवेरे नैन बिछा के, राह तकु रघुनन्दन की, राम आएँगे जग जाएगी, राम आएँगे जग जाएगी, किस्मत मेरे आँगन…
Read Moreसांझ सवेरे नैन बिछा के, राह तकु रघुनन्दन की, राम आएँगे जग जाएगी, राम आएँगे जग जाएगी, किस्मत मेरे आँगन…
Read More