नाभि रे कमल नेजा रोपिया हो राज सूरता ऊँची रे चढे
नाभि रे कमल नेजा रोपिया हो, राज सूरता ऊँची रे चढे। दोहा – गुरु बीन्जारा ग्यान का, और लाया वस्तु […]
नाभि रे कमल नेजा रोपिया हो, राज सूरता ऊँची रे चढे। दोहा – गुरु बीन्जारा ग्यान का, और लाया वस्तु […]