मेरे उठे विरह में पीर सखी वृन्दावन जाउंगी भजन लिरिक्स
मेरे उठे विरह में पीर, सखी वृन्दावन जाउंगी, श्लोक सब द्वारन को छोड़ के, श्यामा आई तेरे द्वार, श्री वृषभान […]
मेरे उठे विरह में पीर, सखी वृन्दावन जाउंगी, श्लोक सब द्वारन को छोड़ के, श्यामा आई तेरे द्वार, श्री वृषभान […]