मोहन की द्वारिका में चलके सुदामा आया लिरिक्स
मोहन की द्वारिका में, चलके सुदामा आया, आशाएं अपने मन में, कितनी संजो के लाया, मोहन की द्वारका में।। तर्ज – मुझे इश्क़ …
मोहन की द्वारिका में, चलके सुदामा आया, आशाएं अपने मन में, कितनी संजो के लाया, मोहन की द्वारका में।। तर्ज – मुझे इश्क़ …