मेरी सुरता सुहागण नार पिये ने किया भूल गई लिरिक्स
मेरी सुरता सुहागण नार, पिये ने किया भूल गई। दोहा – निवण बड़ी संसार में, ओर नहीं निवे सो नीच, निवे नदी रो …
मेरी सुरता सुहागण नार, पिये ने किया भूल गई। दोहा – निवण बड़ी संसार में, ओर नहीं निवे सो नीच, निवे नदी रो …