दौड़ू तो पोछु कोनी रे मीरा रा महाराज उबा रिजो लिरिक्स
दौड़ू तो पोछु कोनी रे, छेटी पड़गी हाट उबा रिजो। दोहा – मीरा जन्मी मेढ़ते, वा परनाई चित्तोड़, राम भजन परताप सू, वा …
दौड़ू तो पोछु कोनी रे, छेटी पड़गी हाट उबा रिजो। दोहा – मीरा जन्मी मेढ़ते, वा परनाई चित्तोड़, राम भजन परताप सू, वा …