मायरो भरण ख चल्या नरसिंह अंजार निमाड़ी भजन लिरिक्स
मायरो भरण ख चल्या, नरसिंह अंजार। दोहा – सतिया सत ना छोड़िए, सत छोड़े पत जाय, सत की वानी लक्ष्मी, वो फिर मिलेगी …
मायरो भरण ख चल्या, नरसिंह अंजार। दोहा – सतिया सत ना छोड़िए, सत छोड़े पत जाय, सत की वानी लक्ष्मी, वो फिर मिलेगी …