भजन बिना कोई नहीं जागे रे राजस्थानी भजन लिरिक्स
भजन बिना कोई नहीं जागे रे, थारा जनम जनम का पाप करेड़ा, किण विध भागे रे, भजन बिना कोई नहीं जागे रे।। संता …
भजन बिना कोई नहीं जागे रे, थारा जनम जनम का पाप करेड़ा, किण विध भागे रे, भजन बिना कोई नहीं जागे रे।। संता …