मैं तो पत्थर उठा नहीं पाई के बालू ले आई भजन लिरिक्स
मैं तो पत्थर उठा नहीं पाई, के बालू ले आई।। दोहा – एक गिलहरी बार बार, सागर में पूंछ भिगावे, पूंछ भिगावे रेत …
मैं तो पत्थर उठा नहीं पाई, के बालू ले आई।। दोहा – एक गिलहरी बार बार, सागर में पूंछ भिगावे, पूंछ भिगावे रेत …