लो संभालो भोले अपनी कांवर लूट गई में अभागन यहाँ पे लिरिक्स
लो संभालो भोले अपनी कांवर, लूट गई में अभागन यहाँ पे। सुनिये सुना रहा हूँ एक दास्तान है, सावन का महीना बड़ा पावन …
लो संभालो भोले अपनी कांवर, लूट गई में अभागन यहाँ पे। सुनिये सुना रहा हूँ एक दास्तान है, सावन का महीना बड़ा पावन …