कुण जाणे या माया श्याम की अजब निराली रे भजन लिरिक्स
कुण जाणे या माया श्याम की, अजब निराली रे, तिरलोकी को नाथ जाट को, बण गयो हाळी रे।। सौ बीघा को खेत जाट …
कुण जाणे या माया श्याम की, अजब निराली रे, तिरलोकी को नाथ जाट को, बण गयो हाळी रे।। सौ बीघा को खेत जाट …