किने सुनाऊं मन की बाता कोई ना श्याम हमारो है लिरिक्स
किने सुनाऊं मन की बाता, कोई ना श्याम हमारो है, तू भी रुस्यो बैठो है बाबा, आखड़ली भर आवे है, किने सुनाऊ मन …
किने सुनाऊं मन की बाता, कोई ना श्याम हमारो है, तू भी रुस्यो बैठो है बाबा, आखड़ली भर आवे है, किने सुनाऊ मन …