खाटू से निकलते ही कुछ दूर चलते ही भजन लिरिक्स
खाटू से निकलते ही, कुछ दूर चलते ही, पाँव तो जाते ठहर, साँवरे की यादों को लेके चले हैं जो, आँखें तो जाती …
खाटू से निकलते ही, कुछ दूर चलते ही, पाँव तो जाते ठहर, साँवरे की यादों को लेके चले हैं जो, आँखें तो जाती …