खाटू में जब से पाँव पड़े हैं मेरे घर के आगे श्याम खड़े हैं लिरिक्स
खाटू में जब से पाँव पड़े हैं, मेरे घर के आगे श्याम खड़े हैं।। तर्ज – हमें और जीने की चाहत। दुखड़ो को …
खाटू में जब से पाँव पड़े हैं, मेरे घर के आगे श्याम खड़े हैं।। तर्ज – हमें और जीने की चाहत। दुखड़ो को …