खाटू में बैठी जो सरकार है सुनता हूँ दिनों की आधार है लिरिक्स
खाटू में बैठी जो सरकार है, सुनता हूँ दिनों की आधार है।। तर्ज – साजन मेरा उस पार है। पैसों […]
खाटू में बैठी जो सरकार है, सुनता हूँ दिनों की आधार है।। तर्ज – साजन मेरा उस पार है। पैसों […]