काया माटी में मिल गई गईयोड़ा फेर नहीं आया लिरिक्स
काया माटी में मिल गई, गईयोड़ा फेर नहीं आया।। आज अपनी काल पराई, फिर परसों को मालूम नहीं, जो कुछ किया यहीं से किया, साथ कुछ लेर नहीं आया, काया माटी में मिल गयी, गईयोड़ा फेर नहीं आया।। रोटी कम खा थोड़ी गम खा, कुछ कुछ लगा पून्य में तनखा, मालिक के घर देर हुई, … Read more