हंसा सुन्दर काया रो मत करजे अभिमान भजन लिरिक्स
हंसा सुन्दर काया रो, मत करजे अभिमान, आखिर एक दिन जाणो रे, मालिक रे दरबार, आखिर एक दिन जाणो रे, सायब रे दरबार।। …
हंसा सुन्दर काया रो, मत करजे अभिमान, आखिर एक दिन जाणो रे, मालिक रे दरबार, आखिर एक दिन जाणो रे, सायब रे दरबार।। …