करो अलख री आरतियाँ चौसठ जोगण नगर पूरबे लिरिक्स
करो अलख री आरतियाँ, सतजुग में प्रह्लादो जी सिद्दा, पाँच करोड़ लेने वे तिरिया, ले होली होमण ने बैठा, अगन जाल में वे …
करो अलख री आरतियाँ, सतजुग में प्रह्लादो जी सिद्दा, पाँच करोड़ लेने वे तिरिया, ले होली होमण ने बैठा, अगन जाल में वे …