काँटों से भरी बगियाँ फूलो से संवारी है भजन लिरिक्स
काँटों से भरी बगियाँ, फूलो से संवारी है, जैसा भी हूँ हरपल, मुझ पर बलिहारी है, इस पुरे जगत में मेरी, माँ सबसे …
काँटों से भरी बगियाँ, फूलो से संवारी है, जैसा भी हूँ हरपल, मुझ पर बलिहारी है, इस पुरे जगत में मेरी, माँ सबसे …