काँटों से भरी बगियाँ फूलो से संवारी है भजन लिरिक्स

काँटों से भरी बगियाँ फूलो से संवारी है भजन लिरिक्स

काँटों से भरी बगियाँ, फूलो से संवारी है, जैसा भी हूँ हरपल, मुझ पर बलिहारी है, इस पुरे जगत में मेरी, माँ सबसे …

पूरा भजन देखें

error: कृपया प्ले स्टोर से भजन डायरी एप्प इंस्टाल करे