जो करुणाकर तुम्हारा ब्रज में फिर अवतार हो जाए भजन लिरिक्स
जो करुणाकर तुम्हारा, ब्रज में फिर अवतार हो जाए, तो भक्तों का चमन उजड़ा हुआ, गुलजार हो जाए।। ग़रीबों को उठा लो सांवले, …
जो करुणाकर तुम्हारा, ब्रज में फिर अवतार हो जाए, तो भक्तों का चमन उजड़ा हुआ, गुलजार हो जाए।। ग़रीबों को उठा लो सांवले, …