जरा सर को झुकाओ वासुदेव जी भजन लिरिक्स
जरा सर को झुकाओ वासुदेव जी, तेरी टोकरी में त्रिलौकी नाथ है, चूमने दो चरण मुझे प्रेम से, आज यमुना की यही फरियाद …
जरा सर को झुकाओ वासुदेव जी, तेरी टोकरी में त्रिलौकी नाथ है, चूमने दो चरण मुझे प्रेम से, आज यमुना की यही फरियाद …