जद अजमल जी होता बाजिया तब मालिक थारो भजन कियो
जद अजमल जी होता बाजिया, तब मालिक थारो भजन कियो, करणी रे काज गोविंद घर आया, आय रणुजे अवतार लियो, एड़ा एड़ा वचन …
जद अजमल जी होता बाजिया, तब मालिक थारो भजन कियो, करणी रे काज गोविंद घर आया, आय रणुजे अवतार लियो, एड़ा एड़ा वचन …