ईश्वर तेरे दरबार की महिमा अपार है भजन लिरिक्स
ईश्वर तेरे दरबार की, महिमा अपार है, बंदा न सके जान, तेरा क्या बिचार है, ईंश्वर तेरे दरबार की, महिमा अपार है।bd। पृथ्वी …
ईश्वर तेरे दरबार की, महिमा अपार है, बंदा न सके जान, तेरा क्या बिचार है, ईंश्वर तेरे दरबार की, महिमा अपार है।bd। पृथ्वी …