बैकुंठ अगर दोगी मैया भूलेंगे हर बार भजन लिरिक्स
बैकुंठ अगर दोगी मैया, भूलेंगे हर बार, हो सके तो नर्क ही देना, आती रहे तेरी याद।। तर्ज – चांदी जैसा रंग। ऐसे …
बैकुंठ अगर दोगी मैया, भूलेंगे हर बार, हो सके तो नर्क ही देना, आती रहे तेरी याद।। तर्ज – चांदी जैसा रंग। ऐसे …