हारे के तुम साथी कहलाते बाबा श्याम भजन लिरिक्स
हारे के तुम साथी, कहलाते बाबा श्याम, खाटू में जाकर देखो, बनते बिगड़े हर काम।। तर्ज – सावन का महीना। हारे हुओं को …
हारे के तुम साथी, कहलाते बाबा श्याम, खाटू में जाकर देखो, बनते बिगड़े हर काम।। तर्ज – सावन का महीना। हारे हुओं को …