मैं मछली तुम नीर चित्र विचित्र गुरुदेव भजन लिरिक्स
मैं मछली तुम नीर, श्लोक – नमो नमो जय श्री वृन्दावन, रस बरसत घनघोर, नमो नमो जय कुञ्ज महल नित, नमो नमो प्रीतम …
मैं मछली तुम नीर, श्लोक – नमो नमो जय श्री वृन्दावन, रस बरसत घनघोर, नमो नमो जय कुञ्ज महल नित, नमो नमो प्रीतम …
गुरु बिन कौन करे भव पारा, श्लोक – गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः, गुरु साक्षात् परब्रह्म, तस्मै श्रीगुरुवे नमः।। गुरु बिन कौन करे भव …