तेरे मन में राम तन में राम रोम रोम में राम रे 02/06/201922/08/2016 by Shekhar Mourya तेरे मन में राम, तन में राम। दोहा – राम नाम की लूट है, लूट सके तो लूट, अंत काल पछतायेगा, जब प्राण … पूरा भजन देखें