सुन बरसाने वाली गुलाम तेरो बनवारी हिंदी भजन लिरिक्स
सुन बरसाने वाली, दोहा – राधा मेरी स्वामिनी, मैं राधा को दास, जनम जनम मोहे दीजियो, वृन्दावन को वास। सुन बरसाने वाली, गुलाम …
सुन बरसाने वाली, दोहा – राधा मेरी स्वामिनी, मैं राधा को दास, जनम जनम मोहे दीजियो, वृन्दावन को वास। सुन बरसाने वाली, गुलाम …
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन बिहारी, और साथ सज रही है, वृषभानु की दुलारी।। टेढ़ा सा मुकुट सर पर, रखा है …