बजरंगी महाराज तुम्हे भक्त बुलाते है भजन लिरिक्स
बजरंगी महाराज, तुम्हे भक्त बुलाते है, तुम्हे शीश झुकाते है।। तर्ज – कीर्तन की है रात। अज्ञान बालक है, चरणों […]
बजरंगी महाराज, तुम्हे भक्त बुलाते है, तुम्हे शीश झुकाते है।। तर्ज – कीर्तन की है रात। अज्ञान बालक है, चरणों […]