बाबा ये नैया कैसे डगमग डोली जाए भजन लिरिक्स
बाबा ये नैया कैसे, डगमग डोली जाए, बिन माझी पतवार के इसको, तू ही पार लगाए, बाबा ये नैया।। तर्ज – गंगा तेरा पानी अमृत। दूर दूर नहीं दिखे किनारा, लहरे भी बिसराए, बादल भी है गरज रहे और, मुझको रहे डराए, जबकि मैं ये सोच रहा तू, अब आए तब आए, बाबा ये नईया … Read more