ये हिरसो हवस की मंडी है अनमोल रतन बिक जाते है
ये हिरसो हवस की मंडी है, दोहा – कोई आये कोई जाये, ये तमाशा क्या है, मैं तो समझा नही ये महफिले, दुनिया …
ये हिरसो हवस की मंडी है, दोहा – कोई आये कोई जाये, ये तमाशा क्या है, मैं तो समझा नही ये महफिले, दुनिया …