ऐसा देश दीवाना संतो राजस्थानी भजन लिरिक्स
ऐसा देश दीवाना संतो, दोहा – शब्दा मारया मर गया, शब्दों छोड़या राज, जो नर शब्द विवेकिया, भाई उण रा सरिया काज। ऐसा देश दीवाना संतो, ऐसा देश दीवाना, भेळा हैं पर भिळता नाही, गुरु मुखी ज्ञानी जाणा।। तीर्थ करूँ न जप तप साजू, नही धरूँ मैं ध्याना, ऐसा होय खलक में खेलूं, नही मूर्ख … Read more